Divorce के लिए कैसे अप्लाई करे [Step By Step Guide]

नमस्कार दोस्तों।

अगर आप भी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं है और चाहते हैं डिवोर्स लेना और अलग होना तो यह पोस्ट आपके लिए कारगर साबित हो सकता है।

आज हम आपको इस पोस्ट में बताएंगे कि आप डिवोर्स के लिए कैसे अप्लाई कर सकते हैं और वह भी स्टेप बाय स्टेप।

डिवोर्स लेने के अलावा अगर आप एक स्टूडेंट है और सिर्फ और सिर्फ जानकारी के लिए यह जानना चाहते हैं कि आखिर किस तरह से डिवोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं और वह क्या प्रक्रिया होती हैं तो भी आप के लिए यह पोस्ट बहुत कारगर साबित होगा।

क्योंकि इस पोस्ट में और कोई ऐसी बताएंगे कि आखिर डिवोर्स क्या है उसके फायदे क्या है और नुकसान क्या है और साथ ही यह भी बताएंगे कि आप किस तरह से उससे कानूनी तौर पर अप्लाई कर सकते हैं।

और भी कई तरह की जानकारी डिवोर्स से रिलेटेड जॉब ढूंढ रहे हो वह भी इस पोस्ट में आपको मिल जाएंगी।

चाहे आप एक स्टूडेंट हो लॉ की पढ़ाई कर रहे हो या फिर आप सच में डिवोर्स लेना चाहते हो अपने जीवनसाथी से तो हमारी पोस्ट को अंत तक पढ़ें और हमारे साथ बने रहे।

अनुक्रम छुपाएँ

Divorce(तलाक) क्या होता है

डिवोर्स के लिए अप्लाई कैसे करें यह जाने से पहले चलिए हम आपको बताते हैं कि डिवोर्स यानी तलाक आखिर होता क्या है।

तलाक या फिर यूं कहें डिवोर्स यह शब्द अपने आप में ही एक बहुत बड़ा वाक्य कहता है।

शादी जिसे दो आत्माओं का मिलन कहते हैं और जिसे हिंदू परंपरा के अनुसार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।

और जहां लोग शादी को सात जन्मों का और जन्मों जन्मों का बंधन कहते हैं, वही जब इस रिश्ते में दरार आनी शुरू हो जाती है तो लोग इसे तोड़ने की सोच लेते हैं।

आजकल की इस फास्ट और बिजी दुनिया में आप अक्सर देखते होंगे अपने आसपास ही बहुत रिश्तो को टूटते हुए।

जिनमें मुख्य तौर पर शादीशुदा रिश्ते ही टूटते हैं, फर्क नहीं पड़ता आपकी शादी को कितने साल हो चुकी है या फिर आपके रिश्ता कैसा है अगर रिश्तो में थोड़ी भी खटपट और दरार आ जाती है तो रिश्ते टूटते देर नहीं लगती।

जब शादीशुदा रिश्तो में दरार आनी शुरू हो जाती है तो एक वक्त ऐसा आता है जहां मर्द और औरत दोनों को अपनी अपनी सोच को मिलाकर एक बहुत ही कठिन फैसला करना होता है।

और इसी फैसले को तलाक या divorce कहते हैं जिससे कि एक शादीशुदा रिश्ते की तोड़ दिया जाता है।

हिंदू कानून के अनुसार जब किसी शादीशुदा जोड़े में भरोसा या फिर रिश्ते टूटने टूटने पर आ जाते हैं तो वैसे में उन रिश्तो के पास तलाक के अलावा कोई और चारा नहीं रहता।

ओके हम सीधे शब्दों में आपको बताए तो तलाक किया डिवोर्स वह कानूनी नियम है जिनके जरिए कोई भी शादीशुदा जीवन को तोड़ सकता है और अपने जीवनसाथी से अलग हो सकता है।

तलाक से शादीशुदा जोड़े अलग हो जाते हैं और किसी किसी की लाइफ तो बन ही जाती है और कितनों की तबाह भी हो जाती है।

तो यह तो हमने आपको बताया कि आपकी तलाक होता क्या है चलिए अब बढ़ते हैं अगले पॉइंट पर जहां हम आपको बताएंगे कि आखिर वह कौन सी प्रक्रिया है  जिनके जरिए आप तलाक या डिवोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

Divorce(तलाक) के लिए आवेदन क्यों करें

मुस्लिम तलाक के नियम

डाइवोर्स आजकल काफी आम हो चुका है और क्योंकि लोग एजुकेटेड है मतलब पढ़े लिखे हैं और पैसे कमाने में बिजी है इसलिए कोई भी कोर्ट के चक्कर नहीं काटना चाहता।

तो उन लोगों के लिए आपसी सहमति से डाइवोर्स लेना एक बहुत ही बढ़िया ऑप्शन है।

तू अब ऐसे में सवाल आता है कि आखिर डाइवोर्स यानी तलाक के लिए आवेदन क्यों करें।

तो मैं आपको बता दूं कि यदि आप अपने शादीशुदा जीवन से खुश नहीं हैं और चाहते हैं अपने जीवनसाथी से अलग होना तो ऐसे मैं आपको तलाक लेना ही होगा।

क्योंकि यह एक कानूनी प्रक्रिया है और इसमें समय लग जाता है इसलिए आपको तलाक लेने के लिए आवेदन करने की आवश्यकता पड़ती है।

जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया आवेदन के लिए आपको आपसी सहमति से काम करना भी जरूरी है।

इसका मतलब है कि यदि कोई एक पक्ष भी तलाक के लिए तैयार नहीं होता है तो फिर तलाक या डिवोर्स नहीं हो सकता।

इन सबके अलावा और भी बहुत से ऐसे वजह हो सकते है जिनको लेकर आप डिवोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

इसलिए आपको आपसी सहमति से डाइवोर्स यानी तलाक के लिए आवेदन करना जरूरी है।

Divorce के लिए कैसे अप्लाई करे पूरी जानकारी Step By Step 

तो अभी तक हमने आपको बताया कि डाइवोर्स किया है और आप किन आधारों डाइवोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं और divorce के लिए आवेदन क्यों कर सकते हैं।

चलिए अब हम आपको बताते हैं कि यदि आप डाइवोर्स के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आप किस तरह से कर सकते हैं।

Step 1:डिवोर्स के लिए अप्लाई करने के लिए आपको सबसे पहले तो एक पेटिशन की जरूरत पड़ती है जो कि आप किसी भी वकील द्वारा बनवा सकते हैं।

Step 2:जिसमें कि आपको अपने और अपने जीवन साथी के कुछ दस्तावेज जमा करने पड़ते हैं जिसमें की हिंदू मैरिज एक्ट के तहत आपको अपना मैरिज सर्टिफिकेट भी जमा करना पड़ता है।

Step 3:Petition तैयार होने के बाद आप को आपसी सहमति से पीटी शंकु भर के हस्बैंड और वाइफ दोनों को साइन करना होता है जो कि यह सुनिश्चित करता है कि आप डाइवोर्स लेना चाहते हैं।

Step 4:पिटीशन तैयार करने के बाद आपको वह पेटीशन फैमिली कोर्ट में फाइल करना होता है।

और जैसे ही आप पेटीशन कोर्ट में फाइल करते हैं उसके बाद ही कुछ दिनों के अंदर आपको कोर्ट से एक नोटिस आ जाता है जो कि आपके दिए गए एड्रेस पर आता है।

और उसी नोटिस के तहत आपका कानूनी तौर पर डाइवोर्स हो जाता है।

Divorce के फायदे

तो हमने आपको बता दिया कि आप किस तरह से डिवोर्स फाइल कर सकते हैं या डाइवोर्स के लिए अप्लाई कर सकते।

चलिए हम आपको बताते हैं डिवोर्स के कुछ फायदे के बारे में जो कि कुछ लोगों के लिए फायदे भी हो सकते हो और कुछ लोगों के लिए नुकसान इसलिए हमारी इस पोस्ट को आप किसी भी प्रकार का गलत पोस्ट ना समझे।

Move On

यदि आप एक महिला है और आपकी शादीशुदा जिंदगी में बहुत से तकलीफ है हैं जैसे कि दहेज को लेकर या फिर घरेलू हिंसा।

उदाहरण के लिए अगर हम मान ले कि अगर आपके ससुराल वाले आप पर किसी तरह का सितम करते हैं दहेज को लेकर तो ऐसे में डिवोर्स आपके लिए बहुत ही अच्छा उपाय है।

डिवोर्स लेने के बाद आप कानूनी तौर पर अपने पति से और अपने ससुराल वालों से छुटकारा पा सकते हैं और सारे हिंसा और दहेज प्रथा से छुटकारा भी पा सकते हैं।

और इसके बाद आप आसानी से अपने जिंदगी में जो चाहे वह कर सकते हैं आगे बढ़ सकते हैं।

End Fake Relations

यदि आपके पति या पत्नी ने आपको धोखे से फसा लिया हो और आपसे शादी कर लिया हो और शादी के बाद आपको उसकी असली सच्चाई पता चली हो।

तो आप डायवोर्स के जरिए आसानी से उन धोखेबाजो से छुटकारा पा सकते हैं और अपनी जिंदगी में आजाद रह सकते हैं।

Secure You and your Child’s Future

यदि आप एक ऐसे शादीशुदा जिंदगी का सामना कर रहे हैं जिसमें आपका और आपके बच्चे का कोई भी भविष्य नहीं है या फिर आपके पति या पत्नी अपने बच्चों का ध्यान नहीं रखते हैं और उनका कोई भविष्य नहीं है।

तो आप डाइवोर्स लेकर वैसे संबंधों से छुटकारा पा सकते हैं और अपने और अपने बच्चे का भविष्य उज्जवल बना सकते हैं।

Divorce के नुकसान

तो हमने आपको ही पता है कुछ ऐसे फायदों के बारे में जो कि डाइवोर्स लेने के बाद आपको मिल सकती हैं।

चलिए अब हम आपको बताते हैं डाइवोर्स के कुछ साइड इफेक्ट कियानी उसके नुकसान के बारे में जो कि आपको आगे जाकर झेलना पड़ सकता।

इसलिए हम आपको यह बताना जरूरी समझेंगे कि डाइवोर्स लेने से पहले आप एक बार डाइवोर्स के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में अच्छी तरह जान ले।

Life Waste

ऐसा अक्सर देखा गया है कि बहुत से लोग बिना सोचे समझे डिवोर्स लेने का फैसला ले लेते हैं और आगे जाकर फिर उन्हें पछताने के सिवा और कुछ नहीं मिलता।

तो ऐसे में हम आपको यह सलाह देंगे कि दिवस लेने से पहले एक बार अच्छी तरह जरूर सोचें और अपने जीवनसाथी को सुधरने का एक मौका जरूर दें यदि उनसे कोई गलती हो रही है तो।

बना ऐसे में अगर आप भी बहुत ले लेते हैं तो आपकी जिंदगी एक तरह से बेकार हो जाती है।

Future

डिवोर्स लेने से पहले आप एक बार यह जरूर सोच लें कि आपके बच्चों का क्या होगा यदि वह है तो।

क्योंकि बहुत से किस इसमें ऐसा देखा गया है और ऐसा माना भी जाता है कि डिवोर्स लेने के बाद बच्चों का भविष्य पूरी तरह से खतरे में और अंधकार में चला जाता है।

तो आप ऐसा कोई भी कदम ना लें जिससे कि आपके या फिर आपके बच्चों का भविष्य अंधकार में चला जाए।

Dispute

कई बार डिवोर्स लेना विवादित ठीक हो जाता है ऐसे में आप जिंदगी भर अपना आधा समय कोर्ट कचहरी के चक्कर काटते ही बिता सकते हैं।

और अपने और अपने परिवार को समय नहीं दे पाएंगे।

इसलिए हम यह आपसे अनुरोध करते हैं कि एक बार इस मामले में भी जरूर सोचें।

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लोग ये भी पूछते हैं(FAQs)

Q1 क्या पति तलाक ले सकता है?

जी हां तलाक लेने के लिए आपसी सहमति की जरूरत नहीं पड़ती है पति के पास तलाक लेने के लिए याचिका दायर करने का अधिकार हिंदू मैरिज एक्ट 1995 के तहत होता है।

Q2.बीवी से तलाक कैसे लिया जाए?

हमने आपको पहले ही बताया और अभी भी बताते हैं कि दिनों से तलाक लेने के लिए पति के पास याचिका दायर करने का अधिकार हिंदू मैरिज एक्ट के तहत होता है जिसके जरिए कोई भी पति बीवी से तलाक ले सकता है।

Q3.एकतरफा तलाक कैसे होता है?

यदि पति और पत्नी में से एक को तलाक देने की इच्छा नहीं है लेकिन किसी एक को तलाक देने की इच्छा है तो वैसे मैं उसे एकतरफा तलाक कहते हैं।

Q4.कैसे भारत में ऑनलाइन तलाक के लिए आवेदन करने?

तलाक के लिए सबसे पहले आप यह सुनिश्चित करें कि आप किस आधार पर तलाक लेना चाहते हैं उसके बाद एक पिटिशन बनाकर आपको कोर्ट में वह याचिका दायर करनी होती है।

Q5.शादी के कितने समय बाद तलाक ले सकते है?

कानून की अगर हम माने तो शादी के बाद पति पत्नी अगर 1 साल से ज्यादा अलग रह रहे हैं तभी वह कोर्ट में आपसी सहमति से तलाक पेश कर सकते हैं।

Q6.अगर पत्नी तलाक न दे तो पति क्या करें?

यदि पत्नी तलाक ना दे तो ऐसे में पति के पास यह अधिकार होता है कि वह कोर्ट में एक तरफा तलाक के रूप में याचिका दायर कर सकता है।

Q7.एकतरफा तलाक में कितना टाइम लगता है?

एकतरफा तलाक में तकरीबन 30 से 90 दिन का समय लग जाता है।

Q8.पति अपनी पत्नी से कैसे तलाक ले सकता है?

पति अपनी पत्नी से तलाक लेने के लिए एक पिटीशन बनाकर फैमिली कोर्ट में दे सकता है।

Q9.क्या सरकारी कर्मचारी दूसरा विवाह कर सकता है?

एक सरकारी कर्मचारी दूसरा व्यवस्था भी कर सकता है जब उसकी पहली पत्नी जीवित ना हो या फिर दूसरा विवाह करने के लिए उसको जब तक कि केंद्र से अनुमति नहीं मिल जाते तलाक के बाद भी।

Q10.क्या दूसरी शादी करनी चाहिए?

हिंदू मैरिज एक्ट फाइव के तहत दूसरी शादी तभी कर सकते हैं जब आप की पहली शादी रची या फिर उसका तलाक हो चुका हो ऐसे नहीं बताना गलत नहीं होगा कि आप दूसरी शादी कर सकते हैं लेकिन तभी जब आप की पहली शादी हो चुकी हो।

निष्कर्ष

तो आज हमने आपसे बताया डाइवोर्स और डाइवोर्स के कुछ नियमों के बारे में साथी डाइवोर्स के फायदे और नुकसान के बारे में भी।

हम आशा करते हैं कि यह पोस्ट आपके लिए कारगर साबित होगा।

2 thoughts on “Divorce के लिए कैसे अप्लाई करे [Step By Step Guide]”

  1. Mere patti ne mere sath bhot atyachar kiye h muje usse talak chahiye usne mere sath marpit bhi ki h jaan se marne ki dhamki bhi de rha h esliye uje ab unke sath nhi rhna

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